ट्रांसफर्मर में लगी आग
भरवारा गांव में ट्रांसफर्मर में लगी आग जिससे मोहल्ले के कई घरों की बिजली चली गई। जिसके कारण लोगो को रात भर मच्छरों के साथ सोना पड़ा। लोगो को तो नीद आ गई लेकिन मच्छर होते रहे परेशान।
खाद के लिए किसान परेशान
महोबा। सप्ताह पूरा होने के बाद भी किसान लाइन में पहली जगह नहीं बना पा रहा है। बेचारा सुबह चार बजे उठ कर समिति के बाहर लाइन में लग जाता है। ताकि सिर्फ दो बोरी खाद मिल जाए। जब खाद मिलेगी तब जा कर बुबाई कर पाएगा।
लेकिन सरकारी अफसरों को लगता है, खेती करना सरकारी काम करने जितना आसान है। इस सप्ताह काम करने का मन नहीं है अगले हफ्ते कर लेंगे। क्युकी सैलरी तो एक तारीख को आ ही जानी है। लेकिन उनको नही पता कि अगर बुबाई लेट हो गई तो फसल भी लेट कटेगी, जिसमे वारिश का खतरा, जानवर का खतरा, कर्ज़ ले रखा है तो उसका ब्याज सब कुछ बड़ जाएगा।
दुकानदारों को भर भर के खाद मिल जाती है। लेकिन किसान लाइन में ही पहला नंबर लिए बैठा रहता है। लेकिन उसका नंबर नहीं आता । थक हार कर वह बेचारा घर में मुसीबत के लिए रखे रुपए लेकर दुगने दाम में खाद खरीदता है। और अपनी मेहनत में लग जाता है।
कुछ समय पहले अकौना सहकारी समिति द्वारा रात में चोरी से खाद भरवा कर भेजी जा रही थी जिसको कुछ मीडिया के लोगो द्वारा पकड़ा गया था। लेकिन जांच कराई जायेगी कह कर मामला रफा दफा हो गया। अब दूसरा मामला चरखारी से आया है जहां गुड़ा गांव में सहकारी समिति होने के बाबजूद सचिव अपने निजी जगह पर चैक जमा करने का काम कर रहे है। जिससे किसानों का समय और पैसा दोनो बर्बाद हो रहा है।