भगवती प्रसाद सोनी 26 जनवरी से बैठ रहे हैं आमरण अनशन पर
आखिरकार समाजसेवी भगवती प्रसाद सोनी, 68 वर्षीय वृद्ध आमरण अनशन को मजबूर, घोषणा अनुसार वह भी मरणासन्न अवस्था तक।
बताते चलें मामला जनपद महोबा उत्तर प्रदेश के काशीराम आवासीय कॉलोनी में रह रहे एक ऐसे समाजसेवी जो 68 वर्षीय वृद्ध है जिन्होंने समाज के लिए महोबा जनपद में अहम भूमिका निभाई है जो मानव सेवा संस्था के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं तथा निशुल्क शव वाहन लेकर आज भी समाज सेवा कर रहे हैं जिन्होंने कोरोना काल में ना रात को देखा ना दिन को देखा और निशुल्क समाज सेवा जनपद को देते रहे हैं आज वही शख्स खुद के लिए न्याय मांगते मांगते इस तरह द्रवित हो गया की उन्होंने घोषणा कर दी कि में आमरण अनशन कर रहा हूं जो कि न्याय न मिलने पर मरणासन्न अवस्था तक जा सकता है, तथा उन्होंने यह भी अवगत कराया है की अगर माननीय जिलाधिकारी महोदय अनशन स्थल नहीं देते हैं तो यह अनशन शमशान भूमि पर होगा एवं महोबा जनपद के उच्च अधिकारियों पर इस शख्सियत ने भ्रष्टाचार से जुड़े कई आरोप लगाए हैं तथा उत्तर प्रदेश सरकार को भी 2017 से न्याय ना मिलने के लिए दागदार किया है
एक तरफ चुनावी बिगुल बज चुका है वही इस आमरण अनशन की घोषणा को लेकर जनपद में हलचल देखी जा रही हैं क्योंकि मामला एक सक्रिय एनजीओ संस्था मानव सेवा संस्था उपाध्यक्ष का है संभवत जनपद के इस एनजीओ संस्था के सभी पदाधिकारियों समेत सदस्यों का भी हुजूम शामिल हो सकता है।
देखना होगा की इस प्रकरण पर अधिकारिक वर्ग का एवं उत्तर प्रदेश सरकार का क्या रवैया बनता है यह एक अलग विषय होगा।
सुरेंद्र कुमार निराला की रिपोर्ट