KHABAR MAHOBA News
महोबा में रेलवे की मालगाड़ी से आई पीसीएफ गोदाम की खाद की जांच करने गए जिला कृषि अधिकारी पर मजदूरों और पल्लेदारों ने अभद्रता करने व धमकाने का गंभीर आरोप लगाया है। यहीं नही कृषि अधिकारी पर आने वाली खाद की हर रैक पर 10 हजार रुपए मांगने का भी आरोप लगा है।
मजदूरों को धमकाते हुए कृषि अधिकारी का वीडियो भी सामने आया है जिसमें अधिकारी मजदूरों को धमकाते दिखाई दिए है। इस मामले की सूचना मिलते ही जिले के एडीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए और मामले को शांत कराकर जांच का आश्वासन दिया है।
कृषि अधिकारी और मजदूरों की झड़प का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें मजदूर आरोप लगा रहे हैं कि कृषि अधिकारी अभद्रता कर रहे है। सूचना पर प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंचा है। जिलाधिकारी आर एस वर्मा और सदर एसडीएम जितेंद्र सिंह पहुंचे और किसी तरह मामले को शांत कराने की कोशिश करते नजर आए।
बोरी को कांटा लगाकर लादने पर विवाद
दरअसल आपको बता दें पूरा मामला महोबा के रेलवे ट्रैक नंबर 5 का है। यहां कृषि हेतु पीसीएफ गोदाम के लिए मालगाड़ी द्वारा खाद मंगाई गई थी। खाद लदी मालगाड़ी पर जैसे ही जिला कृषि अधिकारी बी पी सिंह पहुंचे। जहां मजदूरों द्वारा कांटा लगा कर सहारे से बोरी को उठाकर ट्रक में लादा जा रहा था। कृषि अधिकारी ने इस पर आपत्ति जाहिर की तभी बोरी को उठा रहा पल्लेदार ने कहा कि खाद की बोरी चिकनी होती है जो बिना कांटे के सहारे से नहीं उठाई जा सकती। आरोप है कि इतनी ही बात सुनकर कृषि अधिकारी आक्रोशित हो गए और मजदूरों के साथ गाली गलौज करने लगे।
मजदूरों ने किया हंगामा
मजदूरों द्वारा गाली-गलौज का विरोध करने पर कृषि अधिकारी ने मजदूर पर थप्पड़ों की बरसात कर दी। यह सब देख कर उसके अन्य मजदूर साथी एकजुट हो गए और तमाम पीसीएफ के अधिकारी भी पहुंच गए। आरोप है कि इसके बाद भी जिला कृषि अधिकारी की तानाशाही रवैया बंद नही हुआ जिससे नाराज मजदूर हंगामा कर कृषि अधिकारी पर कार्रवाई की मांग करने लगे। मामला बढ़ते देख सूचना पर एडीएम और एसडीएम भी पहुंचे तब कहीं जाकर मामला शांत हो सका।
ठेकेदार और मुनीम का आरोप है कि जिला कृषि अधिकारी द्वारा खाद के लिए आ रही हर एक रैक पर 10 हजार रुपए की मांग की जा रही थी, जिसको ना देने पर कृषि अधिकारी द्वारा मजदूरों के साथ अभद्रता और मारपीट की गई। इसी बीच जिला कृषि अधिकारी और मजदूरों की झड़प जब हो रही थी। तभी किसी मजदूर ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया जो तेजी से वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में मजदूर और कृषि अधिकारी मौजूद है जिसमें कृषि अधिकारी मजदूरों से अभद्रता कर धमका रहे है। फिलहाल प्रशासनिक अमला मामले को शांत कराने में लगा हुआ है। कहीं ना कहीं मजदूर के ऊपर हुए थप्पड़ों की बरसात और महिला मुनीम से गाली गलौच के आरोपों ने जिला कृषि अधिकारी की मानसिकता और कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं घटना में कितनी सच्चाई है यह कहीं ना कहीं जांच के बाद ही पता चल पाएगा। वही पीड़ित मजदूरों की मांग है।
वह 2 जून की रोटी के लिए दूरदराज से मजदूरी करने के लिए महोबा आए थे। जहां मालगाड़ी से खाद की बोरियां अपनी पीठ पर लादकर ट्रक में लाद रहे थे। मजदूर का आरोप है कि तभी मौके पर पहुंचे जिला कृषि अधिकारी ने बेवजह बोरी उतारने पर आपत्ति जाहिर की जिसे उसने बताया कि बिना कांटे के बोरी नहीं लादी जा सकती। बस इसी बात पर कृषि अधिकारी भड़क गए और गाली गलौज कर दी गंदी-गंदी गालियों का विरोध करने पर आरोप है कि जिला कृषि अधिकारी ने मजदूरों के साथ न केवल अभद्रता की बल्कि कृषि अधिकारी पर मारपीट का भी आरोप लगा है।
घूस मांगने का भी आरोप
महिला मैनेजर वर्षा ने बताया कि वह यहां पर पर्ची काटकर मैनेजर का काम करती है जैसे ही उसने हंगामा देखा मौके पर आई उसके साथ भी जिला कृषि अधिकारी ने जमकर गाली-गलौज की। महिला मैनेजर की माने बीते कई दिनों से जिला कृषि अधिकारी द्वारा प्रति रैक ₹10000 की डिमांड की जा रही थी डिमांड पूरी ना होने पर कृषि विभाग के अधिकारी द्वारा यह पूरा षड्यंत्र रचा गया।