KHABAR MAHOBA Newsकमल का कमाल….
कर्मचारियों का धमाल….
यूं तो जब से मोदी सरकार सप्ताह में पूर्ण बहुमत से आई है तब से देश में अनेकों प्रकार की समस्याओं का समाधान हुआ है चाहे गोवंश की समस्या हो या मांस मछली की दुकान…
सरकार का हंटर चहुं ओर चला है…. यूं तो विकास का नाम भाजपा सरकार ही पड़ गया लेकिन यह हिंदी जगत के प्रसिद्ध मुहावरों में से एक नजर आता है! सभी भाजपाई अपना उल्लू सीधा करने के लिए अपने मुंह मियां मिट्ठू बन गए जो अपनी प्रशंसा के गाल बजाने में कहीं कसर तक नहीं छोड़ते….
देखा जाए तो जमीनी स्तर पर कितना कार्य किस रूप में हो रहा है इसकी जांच पड़ताल के लिए उच्च अधिकारी खानापूर्ति तक ही सीमित रह गए….
जहां पर किसान और गोवंश राम भरोसे अंधे की लकड़ी के समान सरकारी योजनाओं पर आश्रित हो समस्या के समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को अपना भाग्य विधाता समझ रहे हैं…..
और ये अधिकारी इस भोली भाली जनता की आंख में धूल झोंकने में कसर तक नहीं छोड़ते…..
हम बात कर रहे हैं जनपद महोबा के तहसील व विकासखंड चरखारी की जहां पर तहसील स्तर पर अनेकों वरिष्ठ अधिकारी निवास करते हैं फिर भी उनकी नाक के नीचे शर्मनाक कार्य शैली अत्यंत निंदनीय एवं दयनीय स्थिति में है….
कस्बा चरखारी में स्थित कान्हा गौशाला जो एक महत्वपूर्ण गौशाला है इसमें सरकार के लाखों रुपए विकास हेतु लगाए गए ताकि गोवंश और कृषकों को कोई भी समस्या ना हो लेकिन उसी गौशाला के कर्मचारियों की अनदेखी और लापरवाही की वजह से गौशाला में गोवंश की जान मुश्किल में फंसी हुई है….
कान्हा गौशाला में दर्जनों गोवंश मृतक पाए जा रहे हैं और इन मृत गोवंश को दफनाने की कोई उचित व्यवस्था शासन ने नहीं की….
इन गोवंश को मुख्य सड़क के पास डाल दिया जाता है जिस कारण आम जनता को दुर्गंध और विभिन्न बीमारियों से खतरा मंडरा रहा है….
इस समस्या के संबंध में बजरंग दल एवं स्थानीय निवासियों ने नगर पालिका कर्मचारियों को अवगत कराया एवं प्रशासन को शिकायती पत्र सौंप कर बताया फिर भी कर्मचारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगी….
गोवंश की ऐसी दयनीय दशा देखकर हिंदू धर्म के अनेक लोगों का कलेजा तक हिला गया यह लोग अपना कलेजा थाम कर रह गए लेकिन सत्ता पक्ष के नेता और सरकारी अफसर घोड़ा बेच कर सो रहे हैं….
एक और तो सत्ता पक्ष के सत्ताधारी चिकनी चुपड़ी बातों से भोली भाली जनता को मोह लेते हैं तो दूसरी ओर उसी जनता के पीठ पर वार करते हैं….
सरकार की विकास की नईया डगमगाती नजर आ रही है क्योंकि गोवंश के भोजन हेतु भूसा और चारा के लिए लाखों रुपयों की हेराफेरी कर सरकार को चूना लगा दिया गया यहां तक कि सरकारी डॉक्टर जो गोवंश के लिए नियुक्त किया गया वह भी कुछ भी करने में सक्षम नहीं है…..
ऐसी दयनीय दशा देखकर स्थानीय हिंदू छाती पर पत्थर रखकर जीते हैं और जहर का घूंट पीकर तारे गिन रहे हैं…!!!
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ब्यूरो रिपोर्ट
खबर महोबा