डेढ़ साल से रेलवे कर्मी पति नहीं ले रहा था बीवी की सुध, पीड़िता ने लगाई एसपी महोबा से न्याय की गुहार
महोबा। एक पिता का सपना होता है कि उसकी बेटी घर से विदा होकर अपने ससुराल जाए और ख़ुशी-ख़ुशी जीवन बिताए। लेकिन ऐसा हर बेटी की किस्मत में हो ये ज़रूरी नहीं।
ऐसा ही ताज़ा मामला महोबा ज़िले के चरख़ारी ब्लॉक का है जहां हमीरपुर ज़िले की निवासी संगीता साहू पुत्री सिद्धगोपाल साहू की शादी नारायण दास पुत्र जगन्नाथ साहू मुहल्ला धनुषधारी चरख़ारी से नौ साल पहले हिंदू रीति-रिवाज़ से सम्पन्न हुआ था। शादी में पूरे दहेज के साथ ₹3,51,000 देकर शादी की गई थी। लेकिन शादी के तुरंत बाद से एक लाख रुपये और मोटरसाइकिल की मांग ससुरालीजनों द्वारा की जाने लगी। शादी के बाद 6 साल की एक बेटा और 7.5 साल की एक बेटी है। डेढ़ साल पहले प्रार्थिया की तबियत अचानक ख़राब होने के चलते ससुरालीजनों द्वारा बहला-फुसलाकर मायके भेज दिया गया।
पीड़िता ने एसपी को सौंपे अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि एक लंबा समय बीत जाने के बाद आज तक न तो ससुराली जन पीड़िता को अपने बच्चों से मिलने दे रहे हैं और न ही ससुराल आने दे रहे हैं। पति आए दिन गाली-गलौच कर जान से मारने की धमकी के साथ दूसरी शादी करने की भी धमकी दे रहा है। पीड़िता के परिवारीजनों ने कई बार बातचीत करने की कोशिश की तो उन्हें भी जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं।
फ़िलहाल एसपी सुधा सिंह ने दोनों पक्षों को आमने-सामने बुलाने के बाद उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।