जैतपुर विकासखंड के रावतपुरा खुर्द, गांव में प्रधान तथा सचिव के बीच चल रहा है बंदरबांट।
एक और जहां सरकार गायों की रक्षा के लिए तमाम प्रकार प्रावधान चलाकर, उन्हें सुरक्षित करना चाहती है। वही दूसरी ओर गौशालाओं के लिए जो पैसा आता है। उसे ग्राम प्रधान तथा सचिव आपस में बंदरबांट कर खा जाते हैं , और गाय भूख से मरी हुई नजर आ रही हैं। मामला जैतपुर विकासखंड के ग्राम रावतपुराखुर्द का है। जहां पर भूख से रोजाना जानवर मरते रहते हैं, वही ग्राम प्रधान तथा सचिव को इन बेजुबान जानवरों पर दया भी नहीं आती। गांव वालों से पता चला है ,की यह गांव अत्यंत पिछड़ा हुआ है जिससे यहां पर अधिकारियों की अनदेखी के कारण गायों के खाने के लिए कोई व्यवस्था भी नहीं रहती है, तथा गायें, भूख से कमजोर होने के कारण रोजाना मरती रहती हैं, और ग्राम प्रधान के द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली से उन को ठिकाने लगा दिया जाता है। लेकिन उनके खाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। तथा प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाती हैं, इतना सब होने के बावजूद भी क्यों मौन है प्रशासन।