दबंग प्रधान की तानाशाही से त्रस्त ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को दिया शिकायती पत्र…..
नहीं हुई कार्यवाही… ग्रामीण हुए पस्त…
एक कहावत तो आपने सुनी होगी…
बाढ़ ही जब खेत को खाए, तो रखवाली कौन करे……. यह कहावत हिंदी साहित्य जगत में अपनी छाप छोड़ती है ऐसा ही मंजर जनपद महोबा के विकासखंड चरखारी के अंतर्गत आने वाले ग्राम चंदौली का है।
यहां के ग्रामीणों ने वर्तमान प्रधान कृष्ण कुमार उर्फ केश कुमार पुत्र रामफल राजपूत के विरुद्ध बीते दिनों एक शिकायती पत्र उप जिलाधिकारी महोदय को दिया था जिसमें ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान द्वारा अवैधानिक रूप से कब्जा किए गए ग्राम समाज की जमीन को हड़पे जाने के संबंध में था…..
ग्रामीणों का कहना है कि हमारे ग्राम चंदौली में अन्ना पशुओं के लिए जो ग्राम समाज की जमीन की गाटा संख्या 284 रकबा 0.873 हेक्टेयर चारागाह के लिए संरक्षित है उस पर वर्तमान प्रधान ने संबंधित लेखपाल रामकुमार के सहयोग से अपने अधीन कर कब्जा जमाया और एक गांव के कृषक को बलकट पर दे दिया जिससे उस कृषक ने उस जमीन पर अपनी फसल की बुआई कर दी। जिस कारण अन्ना पशुओं को चराने की उचित व्यवस्था नहीं है…
लेकिन दबंग प्रधान के कारनामों को देखकर एक बहुत पुरानी कहावत जो किसी शायर ने शायरी के रूप में कहा था… इब्तिदा -ए-इश्क है, रोता है क्या, आगे आगे देखिए होता है क्या…..
लेकिन ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान की तानाशाही को देखकर एकजुट होकर आला अधिकारियों से जांच की गुहार लगाई है उन्होंने भी रामायण के सीता स्वयंवर के समय लक्ष्मण परशुराम संवाद के परिदृश्य का क्रियान्वयन कर बता दिया…. इहां कुम्हड़ बतियां कोऊ नाहीं,जो तर्जनी देख मर जाहीं…!!!
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान प्रधान द्वारा ग्राम समाज में पड़ी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर 50000₹ में प्लॉट के रूप में बेचा जा रहा है…!???
इस संबंध में ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी महोदय को शिकायती पत्र देकर के समस्या से अवगत कराया तथा समस्या का उन समाधान करने की अपील की लेकिन अभी तक दबंग प्रधान के विरुद्ध कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं की गई जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला।
दिनेश राजपूत की रिपोर्ट
जिला संवाददाता खबर महोबा उत्तर प्रदेश
KHABAR MAHOBA News