खबर महोबा से
कौन कहता है कि मानवीय संवेदना मर गई तथा पुलिस के अंदर संवेदनशीलता कम होती है इस शब्दावली को खारिज करते हुए महोबा पुलिस ने मानवता एवं इंसानियत की राह पर महोबा जनपद में एक नई मिसाल दी है बताते चलें मामला जिला चिकित्सालय आयुष्मान वार्ड महोबा का है जहां एक 19 वर्षीय अंकित कुमार नाम का मरीज भर्ती था जिसका किसी इंफेक्शन की वजह से दो परसेंट ब्लड ही रह गया था तथा उसके अभिभावक दादा कमल कुमार ने हमारे सी न्यूज़ रिपोर्टर महोबा सुरेंद्र कुमार निराला से संपर्क स्थापित कर सोशल मीडिया पर बी प्लस पॉजिटिव ब्लड की मांग करवाई जिसे महोबा पुलिस ने तत्काल संज्ञान में लेकर अपने विभाग के कोतवाली में तैनात सुनील यादव नाम के एक कांस्टेबल को जिनका ब्लड ग्रुप बी प्लस पॉजिटिव था तथा साथ में दो कांस्टेबलों को और भेजा। तथा एक समाजसेवी स्वप्निल गुप्ता भी तत्काल मरीज अंकित के पास पहुंचे तथा आनन-फानन में अपना ब्लड डोनेशन कर अंकित की जान बचाई।
जिसके लिए महोबा जनपद में इन जवानों की एवं स्वप्निल गुप्ता की भूरी भूरी प्रशंसा के साथ इस पूरे जीवन बचाओ अभियान में सराहनीय भूमिका मनोज कुमार चाइल्ड लाइन उत्तर प्रदेश एवं वरिष्ठ पत्रकार विष्णु गुप्ता सहित tv1 इंडिया के वरिष्ठ पत्रकार भगवती प्रसाद सोनी की भी अहम भूमिका बताई जा रही हैआइए दिखाते हैं एक रिपोर्ट
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