लेखपाल ने मांगे 10000 रूपए और जेल भेजने की दी धमकी
नटर्रा, महोबा। ग्राम पंचायत नटर्रा में जमीन नापने गए लेखपाल जयंती राजपुत के बदले गुड़ा गांव के लेखपाल सतेंद्र राजपुत द्धारा गांव के रघुनाथ पुत्र उमराव से 10000 रूपए की मांग की गई। रूपए न दे पाने के कारण लेखपाल सतेंद्र राजपुत ने गाली गलौच करते हुऐ झूठे केस में जेल भेजने की धमकी दे डाली। जब इसकी जानकारी रघुनाथ ने गांव वालो को दी तो नाराज लेखपाल सतेंद्र राजपुत ने शराब पी कर रात में घर जा मारने की कोशिश भी की।
ख़बर महोबा जिले के पनवाड़ी क्षेत्र के ग्राम पंचायत नटर्रा की है जहा आज से कुछ समय पहले प्रधान वा ग्रामीणों द्वारा एक चकरोड की नाप के लिये एप्लिकेशन तहसील में दी गयी थी। नटर्रा से पास के गांव जाने वाली मुख्य सड़क की जुताई करके खेती की जा रही है। जिसके चलते लोगों ने रघुनाथ के खेत से निकलना चालू कर दिया। लोगो के निकलने से खेत ने सड़क पर रूप ले लिया। जब रघुनाथ में लेखपाल जयंती राजपूत से इसकी शिकायत की तो लेखपाल ने सड़क नापने के लिए गुड़ा गांव के लेखपाल सत्येंद्र राजपूत को भेजा। खेत पर पहुंचकर सत्येंद्र राजपूत ने खेत की नाप करने के लिए किसान रघुनाथ से ₹10000 की मांग की। जोकि रघुनाथ देने में असमर्थ था।
जब किसान ने पैसे देने से मना कर दिया तब लेखपाल ने किसान को गाली देना शुरु कर दिया और झूठे केस में जेल भेजने की धमकी भी दे दी। इसके बाद विवाद और बड़ गया। मौके पर मौजूद अन्य किसान आयोध्या प्रसाद आदि और ग्राम प्रधान रणविजय राजपूत ने समझा बुझा कर मामला शांत कराया।
खेत से वापिस घर लोट कर किसान राघुनाथ ने यह बात गांव वालो को बताई जिसकी खबर लेखपाल सत्येंद्र राजपूत को भी पता चली। तब लेखपाल ने शाम को शराब पी कर किसान के घर पर जा कर मारने की कोशिश भी की। अब किसान डरा हुआ है कि लेखपाल उसके साथ कही भी मारपीट कर सकता है।
लेखपाल जयंती राजपूत से सभी गांव वाले नाराज हैं क्योंकि वह किसी भी कार्य के लिए गांव नही जाती। वह किसी की भी बात नही सुनती चाहे वह गांव का प्रधान खुद ही क्यों न हो। इस मामले में भी उसने दुसरे गांव के लेखपाल सतेन्द को नाप करने भेजा। जिसके पास न तो कोई नापने का सामान था ना ही उसको गांव के बारे में कुछ पता। उसने सिर्फ़ किसान से खेत नापने के नाम पर 10000 रूपए की वसूली करनी चाही।