शुक्रवार को महोबा में भारी वाहन ले जाना पड़ेगा भारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महोबा दौरे का प्रोग्राम तैयार

महोबा में 19 नवंबर को माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा अर्जुन सहायक परियोजना के लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर उनके आने से जाने तक का प्रोग्राम फिक्स हो गया है। अब बीजेपी के कार्यकर्ता उनके आने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है। महोबा में एक घंटे तक रुकने का प्रोग्राम है। 

भारी वाहनों का प्रवेश कार्यक्रम समाप्ति तक पूर्णता बंद

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के जनपद महोबा में आने का कार्यक्रम 19 तारीख शुक्रवार को प्रस्तावित हो गया है जिसके लिए पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

जिसके संबंध में सभी को सूचना दी गई है कि आज दिनांक 18-11-2021 की रात्रि 12:00 बजे से मोदी जी के कार्यक्रम के समापन तक हमीरपुर चुंगी से श्रीनगर तक किसी भी तरह के भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्णता रोक रहेगी तथा कार्यक्रम में सुरक्षा की दृष्टि से कार्यक्रम के दौरान जनपद में भारी वाहनों का प्रवेश कार्यक्रम समाप्ति तक पूर्णता बंद रहेगा।

छतरपुर की तरफ जाने वाले वाहनों को केमाहा बॉर्डर से डायवर्जन कराया जाएगा। छतरपुर से कानपुर जाने वाले वाहनों को पवा होते हुए वाया सुपा, चरखारी, चरखारी बाईपास, परमानंद तिराहे से हमीरपुर चुंगी होते हुए डायवर्ट किया जाएगा।

जहां जहां भारी वाहन रोकने हेतु स्थान चिन्हित किए गए हैं। वह जगह है मध्य प्रदेश की तरफ से आने वाले वाहनों को कैमाहा बॉर्डर पर, जनपद बांदा एवं जनपद हमीरपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को कबरई में तथा थाना कुलपहाड़ की तरफ से आने वाले वाहनों को सूपा तिराहे पर बैरियर लगाकर भारी वाहनों को महोबा जिले में प्रवेश करने से रोका जाएगा।

पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुधा सिंह ने सभी सम्मानित जनपद वासियों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करते हुए पुलिस का सहयोग करें।

जान से मारने की नियत से किये कई फायर 

पनवाड़ी, महोबा। ग्राम समाज की भूमि पर कार्य करा रहे पनवाड़ी के प्रधान के पिता पर दबंग अपराधी द्वारा जान से मारने की नियत से कई फायर किये गए।

पनवाड़ी ग्राम पंचायत में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जों को मुक्त कराने एवं ग्राम सभा की भूमि को सुरक्षित कारने के उद्देश्य से कस्बा पनवाड़ी के पाठकपुरा में बंजर भूमि को ग्राम प्रधान द्वारा मुक्त कराया गया। तथा उसी भूमि पर ग्राम पंचायत द्वारा खाद के गड्ढों का निर्माण कराया जा रहा था। निर्माण प्रधान संजय द्विवेदी के पिता रमेश चंद्र द्विवेदी करा रहे थे। तभी उसी समय मोहल्ले के ही निवासी पवन यादव जो पूर्व में तमाम अपराध में लिप्त रहे हैं उसके पिता भानु यादव एवं रामपाल यादव आए और मजदूरों को पहले गाली गलौज एवं काम बंद करने की धमकी देने लगे। प्रधान के पिता ने इसका विरोध किया तो पवन यादव पुत्र भानु यादव ने तुरंत जान से मारने की मनसा से अवैध तमंचा से एक के बाद एक 3 फायर कर दिए।  जो उनके कुर्ते को फाड़ते हुए दाएं तरफ के पैर को छूते हुए निकल गए। 

फायर की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े फायर होते ही प्रधान पिता रमेश चंद्र द्विवेदी पुत्र स्वर्गीय बैजनाथ चीखने चिल्लाने लगे और बचाव की आवाज लगाई। जिसको सुनकर मोहल्ले के तमाम लोग एकत्रित हो गए दबंग अपराधी पवन यादव भीड़ से बचने एवं दहशत फैलाने के उद्देश्य से हवाई फायर करता हुआ भाग निकला। इस घटना की सूचना तुरंत प्रधान द्वारा पुलिस को दी गई पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल पर पड़े 315 बोर के 3 खोखा कारतूस बरामद किए। संजय द्विवेदी ग्राम प्रधान पनवाड़ी ने तीन लोगों के खिलाफ थाना पनवाड़ी में जान से मारने की नियत से किए गए फायर की 3 लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी समाचार लिखे जाने तक आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर थे। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शिव आसरे से घटना के संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि पवन यादव के खिलाफ कोतवाली में कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को जल्द ही सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। 

पीएसीएल कंपनी के एजेंटों ने दिया ज्ञापन

मननीय सांसद कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल के द्वारा माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी व मुख्यमंत्री योगी जी को पीएसीएल कंपनी का ज्ञापन एआईएसओ संगठन जिला अध्यक्ष महोबा अरविंद कुमार अनुरागी ने सौंपा। और पल्स कंपनी के सभी संगठन कार्यकर्ता रहे बुंदेलखंड प्रभारी खलक सिंह कुशवाहा ने अपनी बात रखी और कहा कि अगर हमारा भारतीय जनता पार्टी पैसा नहीं दिलाती है। तो हम अन्य राष्ट्रीय दलों का सहारा लेंगे जो हमारी बात को सुन सकेगा। क्योंकि पुष्पेंद्र सिंह चंदेल सांसद जी को हम लोग पांचवी बाद ज्ञापन सौंपा है।

पीएसीएल कंपनी का मामला यह है कि लगभग 6 करोड़ गरीब पीड़ित निवेशकों की आवाज संसद में उठाने के लिए 1983 से कार्य कर रहे पल्स ग्रुप की पीएसीएल लिमिटेड जो कि पूरे देश में भूखंड के नाम पर एक किस्त जमा योजना एवं किस्त भुगतान योजना के माध्यम से कार्य कर रही थी। इन योजनाओं के माध्यम से कंपनी ने देशभर के गरीब मजदूर किसानों एवं मध्यम वर्गीय निवेशकों से करोड़ों रुपए जमा करवाए। सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 49100 करोड़ रुपए जमा  कराया था। जब से केंद्र में एनडीए की सरकार बनी तो सरकार ने सेबी के अधिकार बढ़ा दिए। बड़े हुए अधिकारों को प्रयोग करते हुए सर्वप्रथम 21 अगस्त 2014 को भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड सेबी पीएसीएल कंपनी लिमिटेड को प्रति बंद कर दिया था। बिना सोचे समझे कि इस कंपनी में निवेश करने वाले 6 करोड़ गरीब मजदूरों की गाढ़ी कमाई उन्हें कैसे वापस मिलेगी। पीएसीएल लिमिटेड कंपनी मामले न्यायालय और उसके बाद माननीय उच्चतम न्यायालय में पहुंची पीएसीएल लिमिटेड कंपनी के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय में। 

गरीब निवेशकों की तरफ से हमारा यह संगठन ऑल इन्वेस्टर सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन एआईएसओ ने अपने अधिवक्ता श्रीमान प्रशांत भूषण जी के माध्यम से न्यायालय में 6 करोड़ निवेशकों जिनकी कुल जमा राशि लगभग ₹49100 करोड़ रुपए है का पक्ष रखा माननीय उच्चतम न्यायालय ने अपने 2 फरवरी 2016 को आदेश में कहा कि 6 करोड़ लोगों की जमा पूंजी से कंपनी द्वारा अर्जित चल व अचल संपत्तियों को नीलामी कर लोगों का पैसा 6 माह में वापस कर दिया जाए संपत्ति बेचने और निवेशकों का भुगतान करने हेतु अवकाश प्राप्त मुख्य न्यायाधीश श्री आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर सेबी को पैसा लौटाने को कहा परंतु लगभग 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी निवेशकों को एक रुपए नहीं लौटाया

आज के इस ज्ञापन में हमारे संगठन के लगभग 2 दर्जन से अधिक लोग एकत्र हुए नरेश चंद्र कुशवाहा कोषाध्यक्ष, मोहन लाल कुशवाहा, दिनेश पाटकर, संतराम नामदेव, लाल दास प्रजापति, महेश कुमार रैकवार, खेमचंद कुशवाहा, प्रताप कुशवाहा

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