सांस्कृतिक कार्यक्रम के मंच को, राजनेताओं ने बना दिया राजनीतिक दलों का मंच….
राजनेताओं के बैनर पोस्टरों से रंग दिया सांस्कृतिक रंग मंच…
गणतंत्र दिवस का जश्न या चुनावी साजिश…
आलाकमान के आला अधिकारी खामोश…
लोकतंत्र की सरेआम उड़ाईं गईं धज्जियाँ….
26 जनवरी के अवसर पर ग्राम पंचायत में स्थित राजकीय हाईस्कूल दुलारा में गणतंत्र दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन किया जाना था, किन्तु अवसरवादी नेताओं के चक्रव्यूह में शिक्षा विभाग के कुछ नुमाइंदे भी चाटुकारिता करने से बाज नहीं आये….
देखते देखते सांस्कृतिक कार्यक्रम के मंच को राजनैतिकपार्टी मंच का रूप दे दिया गया….
कार्यक्रम के द्वारा अबोध बालकों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान से प्रेरित करने के बजाय राजनेताओं के भाषणों में प्रस्तुत किया गया….
इस निंदनीय कृत्य से सारा समाज शिक्षा विभाग के लापरवाही पर चिन्ता व्यक्त करता है…
जहाँ देश की आज़ादी और लोकतंत्र को स्थापित करने के अवसर पर बालकों को देश भक्ति से ओतप्रोत करना चाहिए वहाँ पर राजनेताओं को सूरमा बता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी घोषित किया गया…
अब देखना है कि वरिष्ठ पत्रकार एवं ईमानदार अधिकारियों में कौन इस निंदनीय कार्य करने वाले दोषियों के दोगले चरित्र को समाज के समक्ष प्रस्तुत कर सज़ा देता है….
ब्यूरो रिपोर्ट खबर महोबा
KHABAR MAHOBA News