प्रयागराज: महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। गुरुवार और शुक्रवार की रात को भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के कारण शहर के मुख्य मार्गों पर लंबा जाम लग गया। रात करीब 2:30 बजे जाम इतना अधिक बढ़ गया कि प्रशासन को 10 किलोमीटर पहले ही गाड़ियों को रोकना पड़ा।

यातायात पर कड़ा नियंत्रण
महाकुंभ में उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने कड़ी यातायात रणनीति अपनाई है। शहर के अंदर प्रवेश करने वाली गाड़ियों को रोक दिया गया है ताकि मेला क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। प्रमुख सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कल्पवासियों का प्रस्थान और भीड़ का बढ़ना
माघी पूर्णिमा के बाद ऐसा माना जा रहा था कि अब श्रद्धालुओं की संख्या कम होगी, लेकिन स्थिति इसके उलट होती दिख रही है। कल्पवास पूरा कर चुके श्रद्धालु बाहर निकल रहे हैं, जबकि नए श्रद्धालुओं का आगमन भी जारी है। यही कारण है कि गुरुवार और शुक्रवार की रात को जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।
गुजरात, बिहार और झारखंड से बड़ी संख्या में वाहन
मेला क्षेत्र में गुजरात, बिहार और झारखंड से आने वाले वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रयागराज की ओर जाने वाले मुख्य मार्गों पर गाड़ियों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। प्रशासन ने सराय नाई के पास वाहनों को रोकने की व्यवस्था की है, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
प्रयागराज में ट्रैफिक जाम का ताजा हाल
14 फरवरी की रात को प्रयागराज शहर की ओर जाने वाली मुख्य सड़कें पूरी तरह से ठप हो गईं। कई श्रद्धालु और वाहन चालक जाम में फंस गए, जिससे उन्हें भारी परेशानी हुई। प्रशासन द्वारा पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है, लेकिन भारी भीड़ के कारण स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है।
मेले की अंतिम तिथि तक भीड़ का अनुमान
महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा, लेकिन अनुमान है कि इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती ही रहेगी। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा से पहले यातायात संबंधी जानकारी प्राप्त करें और अनावश्यक भीड़भाड़ से बचें।
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बढ़ती भीड़ के कारण प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है, लेकिन लगातार बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।