विद्यालय में टंगे ताले, बच्चे करते रहते शिक्षक का इंतजार
जरौली, महोबा। विद्यालय शुरू होने के बाद भी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के कई गांवों के सरकारी स्कूलों में अभी ताले ही टंगे हुए नजर आ रहे हैं। शिक्षक समय पर नहीं पहुंच रहे है। वही बच्चे स्कूल के दरवाजे पर उनका इंतजार करते हुए खड़े दिखाई देते नजर आ रहे है। इससे जिले के सरकारी स्कूलों की हकीकत नजर आ रही है।
बता दें कि विकास खंड चरखारी छेत्र के जरौली ग्राम पंचायत में स्थित प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चे है। करीब 15 बच्चे स्कूल में खड़े रहकर ताले खुलने का इंतजार करते है। लेकिन शिक्षक का सुबह 11 बजे तक कोई अता पता नहीं रहता। बच्चे ताला खुलने के इंतजार में में प्रतिदिन बाहर खड़े रहते है। पूछने पर बताया गया कि शिक्षिक देर से आते है। करीब 2 घंटे के इंतजार के बाद आज शिक्षक ने विद्यालय खोला है।
समय से विद्यालय नही पहुँच रहे शिक्षक
महोबकंठ, महोबा। शासन आदेश के बाद विद्यालय खोलने के आदेश बेमतलब साबित हो रहे।आपको बता दें कि कोरोना काल की लंबी अवधि के बाद शासनादेश के द्वारा सरकारी विद्यालयों को खोलने के आदेश तो दिए जा चुके हैं लेकिन जिम्मेदार विद्यालय स्टाफ अपनी मनमानी करता नजर आ रहा है।
ताजा मामला आज यानी सोमवार की सवेरे का है जहां पनवाड़ी विकासखंड के महोबकंठ थाना क्षेत्र के समएलियन कन्या प्राथमिक विद्यालय में बच्चे घंटो तक विद्यालय स्टाफ का इंतजार करते रहे और विद्यालय में ताला जड़ा होने के कारण बच्चे बाहर घंटों खड़े रहे लेकिन अध्यापक समय से नहीं पहुंची और स्कूल में ताला लटका रहा।अब आप ही बताइए कि जब विद्यालय के प्राचार्य सहित स्टाफ मनमानी पर उतर आएगा तो बच्चों का भविष्य कैसे सुधरेगा यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।अब वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन अधिकारियों के द्वारा मामले में क्या कार्रवाई अमल में लाई जाती है यह तो आने वाला समय ही फैसला करेगा।
स्कूल में 8:30 बजे तक कोई नही आया
दादरी। दादरी गांव के स्कूल में 8:30 बजे तक कोई नही आया, ना ही ताला खुला । यह के मास्टर कर रहे है अपनी मन मानी।
खबर दादरी गांव की है जहा छोटे बच्चे तैयार हो कर स्कूल पहुंच जा रहे हैं लेकिन मास्टरों को आने की तथा बच्चों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है। देखते हैं अब प्रशासन इन पर क्या कार्यवाही करता है।