महोबा: नशे में डॉक्टर ने किया हंगामा, गेट तोड़कर हुआ फरार
महोबा। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पूर्व में तैनात रहे एक डॉक्टर ने रविवार रात शराब के नशे में जमकर हंगामा किया। डॉक्टर ने न केवल कर्मचारियों से अभद्रता की, बल्कि वार्ड के एक कक्ष का गेट भी तोड़ दिया। घटना की सूचना पुलिस को दिए जाने के बाद आरोपी डॉक्टर मौके से फरार हो गया। सीएमएस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम व स्वास्थ्य निदेशक को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।

पहले भी कर चुका है हंगामा
जानकारी के अनुसार, उक्त डॉक्टर को दो महीने पहले भी मरीजों से अभद्रता करने और हंगामा करने के कारण जिला अस्पताल से अजनर स्वास्थ्य केंद्र स्थानांतरित कर दिया गया था। उस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
रविवार की रात, डॉक्टर नशे की हालत में जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड पहुंचा और वहां अपने केबिन में शराब की बोतल रख दी। तैनात डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों ने जब इसका विरोध किया तो डॉक्टर भड़क उठा और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान, इमरजेंसी वार्ड के एक कक्ष का गेट टूटकर अलग हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही सीएमएस डॉ. पवन कुमार अग्रवाल और पुलिस को सूचित किया गया, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी डॉक्टर फरार हो गया। सीएमएस ने बताया कि अजनर में तैनात डॉक्टर के खिलाफ सीएमओ, डीएम और स्वास्थ्य निदेशक को पत्र भेजकर उचित कार्रवाई की मांग की गई है।
रेलवे ट्रैक पर शव उठाने को लेकर ट्रैकमैन और पुलिसकर्मी में विवाद
महोबा। झांसी-मानिकपुर रेलवे ट्रैक पर कमालपुरा गांव के पास एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घटना के बाद शव उठाने को लेकर रेलवे ट्रैकमैन और पुलिसकर्मी के बीच विवाद हो गया। ट्रैकमैन ने पुलिसकर्मी पर मारपीट का आरोप लगाया, जिससे रेलवे यूनियन में नाराजगी फैल गई।
रेलवे ट्रैकमैन टीकाराम ने पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल को शिकायती पत्र देकर बताया कि रविवार शाम को कमालपुरा के पास एक अज्ञात शव पड़ा मिला था। उसने शव को ट्रैक से हटाकर कुलपहाड़ पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद कोतवाली में तैनात एक सिपाही मौके पर पहुंचा और शव को गाड़ी में रखने के लिए कहने लगा।
ट्रैकमैन ने कहा कि उसने शव ट्रैक से हटा दिया है और वाहन में रखने की जिम्मेदारी उसकी नहीं है। आरोप है कि इस पर सिपाही भड़क गया और ट्रैकमैन के साथ गाली-गलौज व मारपीट करने लगा।
सोमवार को नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के पदाधिकारी पीड़ित ट्रैकमैन के साथ एसपी कार्यालय पहुंचे और दोषी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
इस मामले पर अपर एसपी वंदना सिंह ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है और मामले की जांच सीओ कुलपहाड़ को सौंपी गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
चरखारी विधायक ने किसानों के लिए खुलवाई नहर, फसल बचाने की पहल
चरखारी विधायक डॉक्टर ब्रजभूषण राजपूत ने किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों से फोन पर वार्ता की और तुरंत नहर को दोबारा खोलने के निर्देश दिए।

क्या है मामला?
क्षेत्र में किसानों को सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता थी, लेकिन नहर को बंद कर दिया गया था। इससे किसानों की फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गईं। इसको देखते हुए विधायक ने तुरंत हस्तक्षेप किया और अधिकारियों को नहर खोलने के लिए निर्देशित किया।
किसानों की मांग पर लिया एक्शन
विधायक ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि किसानों को पानी मिलना जरूरी है और उन्हें यह न कहना पड़े कि नहर न खुलने से उनकी फसल बर्बाद हो गई। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि जितना पानी संभव हो, उतना किसानों तक पहुंचे।
पीने के पानी पर भी चर्चा
वार्ता के दौरान पेयजल आपूर्ति को लेकर भी चर्चा हुई। विधायक ने कहा कि पीने का पानी भी महत्वपूर्ण है, लेकिन किसानों की परेशानी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
अन्य इलाकों में भी पानी पहुंचाने के निर्देश
बड़खेड़ा क्षेत्र में भी पानी की समस्या को लेकर बात की गई। अधिकारियों ने बताया कि वहां पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है, जिस पर विधायक ने स्थिति का आकलन करने और जरूरत के अनुसार पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस फैसले से किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है। क्षेत्र की अन्य खबरों के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब और लाइक करें।