चरखारी की कान्हा गौशाला में खून के आंसू बहा रहा गोवंश
लगभग डेढ़ करोड़ की लागत से बनी चरखारी की कान्हा गौशाला में हजारों गायों को रखने का प्रबंध प्रशासन की ओर से किया गया था। परंतु नगर पालिका की खाऊ कमाऊ नीति सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की स्वप्निल योजना पर पलीता लगा रही है ।
अपने भ्रमण के दौरान गौ रक्षा प्रकोष्ठ के मंडल अध्यक्ष अनमोल द्विवेदी सहित आधा दर्जन गौ रक्षा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने इस गौशाला की हकीकत समझी। बेहद दयनीय स्थिति कीचड़ युक्त स्थान पर गोवंश वह कदम तोड़ने को मजबूर हैं। वर्तमान समय में कान्हा गौशाला का आलम यह है कि यहां न गायों के लिए भूसा है और ना इन को ठंड से बचाने के कोई उपाय। कसाईबाड़ा की तरह गौशाला में गोवंश को पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी व कर्मचारी गायों को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। गोरक्षा प्रकोष्ठ के मंडल अध्यक्ष ने जब अधिशासी अधिकारी को फोन लगा कर कान्हा गौशाला की हकीकत बताई तो उन्होंने वहां जाकर गोवंश को देखना भी उचित नहीं समझा। भीषण सर्दी में उपेक्षित गोवंश शायद पालिका प्रशासन के अधिशासी अधिकारी व जिम्मेदारों को खून के आंसू बहाकर बस दुआएं दे रहा हो ।गोवंश की बद्दुआयें एक न एक दिन काम आएंगीं और उनकी दुर्दशा करने वालों की भी निश्चित रूप से दुर्दशा होगी। मौके परजिला प्रभारी गर्जन सिंह परमार ,जिला अध्यक्ष हरिओम चौरसिया ,नगर के महामंत्री राजा राना, कबरई नगर के अंकित ठाकुर मौके पर मौजूद रहे।