दैवीय आपदा के प्रकोप से प्रताड़ित किसानों ने ली जिलाधिकारी की शरण
भारत एक कृषि प्रधान देश है लेकिन आज के समय में किसानों को प्राकृतिक और मानवीय कृत अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है….
वर्तमान समय में किसानों को जहां एक ओर दैवीय आपदा का सामना करना पड़ रहा है तो कहीं कहीं मानव निर्मित विभिन्न संसाधनों का उत्खनन से प्रदूषण बढ़ता नजर आ रहा है जिस कारण किसानों की फसलों पर प्रभाव पड़ता है….
दैवीय आपदा के प्रकोप से ग्रस्त किसान आखिर किसकी शरण में जाएं…?
सरकार ने भी अनेकों अनेक योजना किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए लागू कीं हैं… लेकिन ये योजनाएं कागजी कार्यवाही, की खानापूर्ति तक ही सीमित रह गई हैं, एक ओर भ्रष्ट अधिकारियों की देखरेख और दूसरी ओर पीड़ित किसान….
देश में कहीं पर सूखा अकाल पड़ता है तो कहीं पर अतिवृष्टि हो जाती है जिसकी मार किसानों पर पड़ती है…
ऐसा ही मामला जनपद महोबा के तहसील चरखारी के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बल्लाऐं का सामने आया है जहां पर दर्जनों किसानों ने “समस्या समाधान दिवस” पर जिला अधिकारी महोदय को ज्ञापन देते हुए अपनी समस्याओं को बताया….
वर्तमान समय में किसानों को जहां एक ओर दैवीय आपदा का सामना करना पड़ रहा है तो कहीं कहीं मानव निर्मित विभिन्न संसाधनों का उत्खनन से प्रदूषण बढ़ता नजर आ रहा है जिस कारण किसानों की फसलों पर प्रभाव पड़ता है….
दैवीय आपदा के प्रकोप से ग्रस्त किसान आखिर किसकी शरण में जाएं…?
सरकार ने भी अनेकों अनेक योजना किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए लागू कीं हैं… लेकिन ये योजनाएं कागजी कार्यवाही, की खानापूर्ति तक ही सीमित रह गई हैं, एक ओर भ्रष्ट अधिकारियों की देखरेख और दूसरी ओर पीड़ित किसान….
देश में कहीं पर सूखा अकाल पड़ता है तो कहीं पर अतिवृष्टि हो जाती है जिसकी मार किसानों पर पड़ती है…
ऐसा ही मामला जनपद महोबा के तहसील चरखारी के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बल्लाऐं का सामने आया है जहां पर दर्जनों किसानों ने “समस्या समाधान दिवस” पर जिला अधिकारी महोदय को ज्ञापन देते हुए अपनी समस्याओं को बताया….