अतिवृष्टि एवं ओलावृष्टि से किसानों की हजारों बीघा फसलें बर्बाद
बताते चलें मामला कस्बा कुलपहाड़ एवं नजदीकी पढ़ने वाले ग्रामीण क्षेत्रों का है जहां अति वर्षा एवं ओलावृष्टि से किसान पूर्ण रूप से बर्बाद हो चुका है। किसान अपने आपको इस दैविक प्रकोप की वजह से ठगा सा महसूस कर रहा है एवं किसान चारों तरफ से लाचार एवं हताश हो गया है।
अब शासन प्रशासन से एक उम्मीद की आशा लगा बैठा है कि शायद मुआवजा इत्यादि मिले, लगातार चार दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की फसलों को पानी से डुबो दिया है। मटर ,चना, मसूर, इत्यादि फसलें पूर्ण रूप से नष्ट होने की कगार पर तथा गेहूं की भी 50 से 90% तक फसलो में भी नुकसान किसान बता रहे हैं। तथा जिस तरीके से पानी निकल सके खेतों से पानी निकालने का प्रयास करते देखे गए हैं। और एक तरफ उत्तर प्रदेश में चुनावी दंगल का बंगुल बज चुका है ऐसी दशा में देखते हैं। इन किसानों को शासन प्रशासन एवं सरकार से क्या मदद मिल पाती है।
वही दुसरी ओर पानी बरसने से ग्राम पंचायत भरवारा में 20 एकड़ से ज्यादा जमीन पानी से हुई लबालब। यहां अर्जुन सहायक परियोजना के तहत 2008 से ग्रामीण परेशान हैं। उन्होंने बताया कि जो अर्जुन सहायक परियोजना के तहत जो खेतों की मेड़ पर मिट्टी डाली गई है उस मिट्टी की वजह से 20 एकड़ से ज्यादा जमीन पानी से भर गई है। खेत के किनारे पर मिट्टी डालने से खेतो का पानी नहीं निकल पाता है जिससे उसमें बुवाई ही नहीं हो पाती ।कई बार किसानों ने उच्च अधिकारियों को भी लिखित प्रार्थना पत्र देकर के सूचित किया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
भरवारा ग्राम के परेशान लोग नाम दिनेश राजपूत, सुकलाल राजपूत, उमेश राजपूत, मुकेश राजपूत, इंद्रेश महाराज, चंद्रशेखर महाराज आशीष महाराज ऋषि महाराज सुरेन्द्र नारायण महाराज वा गिरजा रानी राजपूत मूलचन्द्र उर्फ मुल्लू वर्मा ।
MAHOBA NEWS